Zindagi Ne Maut Se Parda Kiya
मर मर के मुसाफ़िर ने बसाया है तुझे
रुख सब से फिरा के मुँह दिखाया है तुझे
क्यों कर ना लिपट के सोऊं तुझसे ए कब्र
जिंदगी देके मैंने पाया है तुझे
जिंदगी ने मौत से पर्दा किया
ए कफ़न तूने तो शर्मिन्दा किया
जिंदगी ने मौत से पर्दा किया
ए कफ़न तूने तो शर्मिन्दा किया
जिंदगी ने मौत से पर्दा किया
उनको आना था ना आये और यहाँ
उनको आना था ना आये और यहाँ
उनको आना था ना आये और यहाँ
मरने वाला रास्ता देखा किया
मरने वाला रास्ता देखा किया
ए कफ़न तूने तो शर्मिन्दा किया
जिंदगी ने मौत से पर्दा किया
कोई भी महफ़िल हो जी लगता नहीं
कोई भी महफ़िल हो जी लगता नहीं
कोई भी महफ़िल हो जी लगता नहीं
उसकी यादों ने हमें तनहा किया
उसकी यादों ने हमें तनहा किया
ए कफ़न तूने तो शर्मिन्दा किया
जिंदगी ने मौत से पर्दा किया
था उसे कितना बिछड़ने का मलाल
था उसे कितना बिछड़ने का मलाल
था उसे कितना बिछड़ने का मलाल
जाते जाते वो मुझे देखा किया
जाते जाते वो मुझे देखा किया
ए कफ़न तूने तो शर्मिन्दा किया
जिंदगी ने मौत से पर्दा किया
ए कफ़न तूने तो शर्मिन्दा किया
जिंदगी ने मौत से पर्दा किया
जिंदगी ने मौत से पर्दा किया, आ आ आ आ