Sajde
आँखिया जे वसदा जेडा माहिए
?
सजदे किये हैं लाखों
लाखों दुआयें मांगी
पाया है मैंने फिर तुझे
चाहत की तेरी मैंने
हक में हवाएं मांगी
पाया है मैंने फिर तुझे
तुझसे ही दिल ये बहला
तू जैसे कलमा पहला
चाहू ना फिर क्यों मैं तुझे
जिस पल ना चाह तुझको
उस पल सजाये मांगी
पाया है मैंने फिर तुझे
हो सजदे किये हैं लाखों
लाखों दुआएं मांगी
पाया है मैंने फिर तुझे