Mohabbat Se Kranti
Shellee, Amit Trivedi
नाहीं मजहब से ये संभल पायेगी
नाहीं बंदूक से बदल जायेगी
मोहब्बत से ही तो क्रांति आयेगी
मोहब्बत से ही तो क्रांति आयेगी
दिल धड़केगा तो धड़कन गायेगी
ये आजादी की लौ बुझना पायेगी
मोहब्बत से ही तो क्रांति आयेगी
मोहब्बत से ही तो क्रांति आयेगी
ये पंछी आवारा कब किसका हुआ
यूँ प्यार लूटा दे फिर उसका हुआ
ना पेहेलेसा यार यहां वक्त रहेगा
दिल ना सहेगा जो भी सत्य कहेगा
दिल के आगे ताज ना तख्त रहेगा हो हो
कोई तकरार ना हल पायेगी
इसके आगे किसी की ना चल पायेगी
मोहब्बत से ही तो क्रांति आयेगी
मोहब्बत से ही तो क्रांति आयेगी