Afsos Karoge
नज़रे चुरा के मुझसे जा तो रहे हो
पर आईने से कैसे नज़रे चुराओगे
ज़िंदा रहूँगा मैं एहसास में हरदम
दावा है मेरा तुम न मुझे भूल पाओगे
जब ज़िक्र होगा इश्क का तो रोही पड़ोगे
अफ़सोस करोगे अफ़सोस करोगे
लिख के लीजियेगा एक रोज़ करोगे
अफ़सोस करोगे अफ़सोस करोगे
लिख के लीजियेगा एक रोज़ करोगे
आ आ हा
मेरी मोहबतों की दोगे मिसाल तुम
फुर्सत में करोगे खुदी से सौ सवाल तुम
तन्हा बना के मुझको महफ़िल जाओगे
देकर के अश्क़ मुझको कैसे मुस्कुराओगे
तुम अपनी संदिली का हर्जाना भरोगे
अफ़सोस करोगे अफ़सोस करोगे
लिख के लीजियेगा एक रोज़ करोगे
अफ़सोस करोगे अफ़सोस करोगे
लिख के लीजियेगा एक रोज़ करोगे
तेरे बाद तेरी याद को भुला न सकूंगा
अब और किसी से ये दिल लगा न सकूंगा
तू आये या न आये इंतज़ार रहेगा
तुझसे ही प्यार था तुझी से प्यार रहेगा
मेरे बगैर तुम भी यार तन्हा रहोगे
अफ़सोस करोगे अफ़सोस करोगे
लिख के लीजियेगा एक रोज़ करोगे
अफ़सोस करोगे अफ़सोस करोगे
लिख के लीजियेगा एक रोज़ करोगे ऐ आ हा