Choo Liya
Gurpreet Saini, Anubhav Bhadauria, Rochak Kohli, Sameer Kaushal
तेरे लिए बाहर छोड़ी
सावन की फुहार छोड़ी
तब जाके तुझको है पाया
तेरे दिल का राज है ये
मुझे खुद पे नाज़ है
ये मैने तुझको
आसमान से चुराया
तू मेरी ग़ज़लो का है काफिया
तू ही मेरे गीतों का प्यार
जब से तूने मुझे
होंठो से छू लिया
हो हो हूँ
होंठो से छू लिया
हूँ बैठी तू मेरे बगल हो
जाने कितनी बार इस पल को
मैने अपने मान मे दोहराया
सबको परेशन कर दू
जी चाहे ऐलान कर दू
सपना मेरा ये सच हुआ
तू ना जाने किस कदर पिया
मुझको पागल सा कर दिया
सबसे तूने मुझे होंठो
से छू लिया (हा हा हो )
पहली दफ़ा है ये
जो भी हुआ है ये
बोलो लहमो को ठहरने को
मुझको तेरी ज़ुल्फोन के
साए में रहने दो
ढलती है शामें ढालने दो
तेरी इन बाहों की क़ैद से
होना ना चाहू मैं रिहा
जब से तूने मुझे
होंठों से छू लिया
हो हो हूँ
होंठों से छू लिया
हो हो हूँ
होंठों से छू लिया