Guzar Na Jaaye
NAZIR, QATEEL SHIFAI
गुज़र ना जाए कहीं
अर्ज़ ए हाल का मौसम
गुज़र ना जाए कहीं
अर्ज़ ए हाल का मौसम
यहीं तो है किसी दरपार
सवाल का मौसम
गुज़र ना जाए कहीं
अर्ज़ ए हाल का मौसम
हुमारे दिल को
चहेकना ज़ुरूर है अबके
हुमारे दिल को
चहेकना ज़ुरूर है अबके
खुशी की रुत हो या
रंजो मनार का मौसम
गुज़र ना जाए कहीं
अर्ज़ ए हाल का मौसम
हुमारे दिल पे जो दस्तक
कभी हवाने दी
हुमारे दिल पे जो दस्तक
कभी हवाने दी
तो यूँ लगा पलट आया
बिसाल का मौसम
गुज़र ना जाए कहीं
अर्ज़ ए हाल का मौसम
किसी के शहरे वफ़ा की
फ़िज़्ज़ा क़तील ना पुच्छ
किसी के शहरे वफ़ा की
फ़िज़्ज़ा क़तील ना पुच्छ
ग़ज़ब की आबोहवा थी
कमाल का मौसम
गुज़र ना जाए कहीं
अर्ज़ ए हाल का मौसम
यहीं तो है किसी दरपार
सवाल का मौसम
गुज़र ना जाए कहीं
अर्ज़ ए हाल का मौसम