O Maahi
Kunaal Vermaa
तू मेरे पास आयी जान में जान आयी
सांस में सांस आयी मेरे यार वे
वक़्त की बे-अदायी तूने आसान बनायी
है तेरी हमनवायी बेसुमार वे
ओ माही तुझे उम्र भर
रात दिन सुबह
इस कदर प्यार दूँ
ओ माही तुझे उम्र भर
रात दिन सुबह
इस कदर प्यार दूँ
उस दिन ना धड़के मेरे
सीने में ये दिल
जिस रोज़ करना भूलूँ सजदा तेरा
ओ माही तुझे उम्र भर
रात दिन सुबह
इस कदर प्यार दूँ
ओ माही तुझे उम्र भर
रात दिन सुबह
इस कदर प्यार दूँ
भर दी है तूने मैं वो कमी हूँ
तेरा नाम लूँ तो आराम आये
तू रेत है मैं जिसकी ज़मीन हूँ
मेरा है जो वो तेरे काम आए
तुझको मैं दे दूंगा मोहब्बत वफ़ा
जो मैं बदलूँ कभी ना रहे मुझमे जान
है खुशनसीबी मेरी तुझसे गया मिल
वरना मैं जीके यारा करता भी क्या
ओ माही तुझे उम्र भर
रात दिन सुबह
इस कदर प्यार दूँ
ओ माही तुझे उम्र भर
रात दिन सुबह
इस कदर प्यार दूँ