Piya Pachtaoge
रात कहे तुझसे है क्या
खुदको भुला के सुन ले जरा
तेरा ही फितूर मुझको चढ़ा
मेरी तरह तू भी करले खता
मौका ना मिलेगा ये दोबारा जानेया
बस इस पल में ले जीने का मजा
पिया पछताओगे जो ये गुजर गया
लिखदे लबों पे ये किस्सा नया
पिया पछताओगे जो ये गुजर गया
क्यूँ नजर बेहेकी लगे
आये जब नजदीक तू
क्यूँ नजर बेहेकी लगे
आये जब नजदीक तू
होश गुल्ल होने पे भी
क्यूँ लगे मैं ठीक हूँ
रात कहे तुझसे है क्या
खुदको भुला के सुन ले जरा
तेरा ही फितूर मुझको चढ़ा
मेरी तरह तू भी करले खता
मौका ना मिलेगा ये दोबारा जानेया
बस इस पल में ले जीने का मजा
पिया पछताओगे जो ये गुजर गया
लिखदे लबों पे ये किस्सा नया
पिया पछताओगे जो ये गुजर गया
बस इस पल में ले जीने का मजा
पिया पछताओगे जो ये गुजर गया
लिखदे लबों पे ये किस्सा नया
पिया पछताओगे जो ये गुजर गया