Bunty Aur Babli
चल चल चल चल चलत चलत
जब ठाठ दिखाए और बात दिखाए, ओये बंटी
पल पल पल पल पलट पलट
जब कमर घुमाए और होश उड़ाए, ओये बबली
अरे लट्टू घुमाई के, चक्कर चलाई के
लूट ले हो दुनिया को ठेंगा दिखाई के
हो ऐसा कोई सगा नहीं, जिसको ठगा नहीं
ऐसी मारी लंगड़ी कि सोया जगा नहीं
चल चल चल
जब ठाठ दिखाए और बात दिखाए, ओये बंटी
पल पल पल पल पलट पलट
जब कमर घुमाए और होश उड़ाए, ओये बबली
बंटी और बबली, बंटी और बबली
इन दोनों की जोड़ी शामत
शामत और कयामत यारों
बंटी और बबली
हो इश्काँ दे तेवर घने, तेवर घने
चल चल चल
जब ठाठ दिखाए और बात दिखाए, ओये बंटी
पल पल पल पल पलट पलट
जब कमर घुमाए और होश उड़ाए, ओये बबली
हो इश्काँ दे तेवर घने, तेवर घने
नखरों के ज़ेवर बने, ज़ेवर बने
देखो कहीं आते-जाते मिल जाएँ दोनों यहीं
रूठते-मनाते माफ़ करते मिलें
जूठे-जूठे होंठ साफ़ करते मिलें
चल चल चल
जब ठाठ दिखाए और बात दिखाए, ओये बंटी
पल पल पल पल पलट पलट
जब कमर घुमाए और होश उड़ाए, ओये बबली
बंटी और बबली
बंटी और बबली
इन दोनों की जोड़ी शामत
शामत और कयामत यारों
बंटी और बबली
हो खुश्बू ही खुश्बू पले, खुश्बू पले
इश्काँ जहाँ तू चले, हाँ तू चले
जाने कहाँ उड़ते-उड़ते मिल जाए दोनों यहाँ
इठला ते चलता हुआ बंटी मिले
इतरा के चलती हुई बबली मिले
दोनों की कहानियाँ ज़माना दोहराएगा
बताएगा, सुनाएगा, सदा
दोनों की कहानियाँ ज़माना दोहराएगा
बताएगा, सुनाएगा, सदा
बंटी और बबली (बंटी और बबली)