Mangalashtaka
स्वस्ति श्री गणनायकं गजमुखम, मोरेश्वरम सिद्धीधम
बल्लाळो मुरुडम विनायकमहम चिन्तामणि स्थेवरम
लेण्याद्री गिरीजात्मकम सुरवरदम विघ्नेश्वरम् ओझरम
ग्रामो रांजण संस्थीतम गणपति
कुर्या सदा मंगलम शुभ मंगल सावधान
सावधान
मंगलम
मंगलम
मंगलम
मंगलम
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
गंगा सिंधु सरस्वतीच यमुना,गोदावरी नर्मदा
कावेरी शरयू महेंद्रतनया शर्मण्वति वेदीका
शिप्रा वेञवती महासूर नदी,ख्याता गया गंडकी
पुर्णा पुर्ण जलै, समुद्र सरीता
कुर्या सदा मंगलम शुभ मंगल सावधान
सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
लाभो संतती संपदा बहु तुम्हा,लाभोतही सद्रुण
साधोनि स्थिर कर्मयोग अपुल्या, व्हा बांधवा भूषण
सारे राष्ट्रधुरिण हेचि कथिती किर्ति करा उज्वल
गा ग्रहास्याश्रम हा तुम्हा वधूवरा देवो सदा मंगलम्
शुभ मंगल सावधान
सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
मोठे दोंद कटी फणींद्र बरवा भाळी शशी शोभतो
हस्ती अंकुश लाडू पद्म परशु दंती हिरा झळकतो
पायी पैंजण घाघरी रुणझुणी प्रेमे बरा नाचतो
अयेसा देव गणेश तो वधूवरा कुर्यात सदा मंगलम
शुभ मंगल सावधान
सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
आली लग्न घडी समीप नवरा घेऊनि यावा घरा
गृहतके मधुपर्क पुजन करा अन्त पाटते धरा
दृष्टादृष्ट वद्य वरा न करिता , दोघे करावी उभी
वाजंञे बहु गलबला न करणे
कुर्या सदा मंगलम शुछ मंगल सावधान
सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल शुभ मंगल शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल शुभ मंगल शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल शुभ मंगल शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल शुभ मंगल शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल शुभ मंगल शुभ मंगल सावधान
शुभ मंगल शुभ मंगल शुभ मंगल सावधान