Dheere Dheere Seekh Jaaunga
मारी वाहली हे तने
नझरे निहाड़ु घोड़े रमाडु रे
मारी वाहली हे तने हे तने
आंच नहीं आवे जीव थी संभाडू रे
घबराहट से रंग पहने
दिल में मेरे तितलियाँ है उड़ रही
अब तक तो तू आयी भी नहीं
फिर भी बनी है तू मेरी ज़िंदगी
अब जो भी हो, हो तेरे वास्ते
तू मंज़िल तुझ तक मेरे सारे रास्ते
ये बंधन मैं कैसे निभाउंगा
मैं जानता नहीं मगर
धीरे धीरे धीरे सीख जाऊँगा
ये बंधन मैं कैसे निभाउंगा
मैं जानता नहीं मगर
धीरे धीरे धीरे सीख जाऊँगा
मारी वाहली हे तने
नझरे निहाड़ु घोड़े रमाडु रे
मारी वाहली रे वाहली
हे तने हे तने
आंच नहीं आवे जीव थी संभाडू रे
वाहली वाहली
मारी वाहली वाहली
एक उड़े तितली सी प्यार की
एक उड़े सेहमे इंतज़ार की यहाँ वहां
ओह एक उड़े तितली सी प्यार की
एक उड़े सेहमे इंतज़ार की यहाँ वहां
एक बड़ी दिल से दिलेर है
एक ज़रा घोड़े पे सवार ना सुने कहाँ
ये सारी है, है तेरे वास्ते
तू मंज़िल तुझ तक मेरे सारे रास्ते
घर आंगन मैं कैसे बनाऊंगा
मैं जानता नहीं मगर
धीरे धीरे धीरे सीख जाऊँगा
ये बंधन मैं कैसे निभाउंगा
मैं जानता नहीं मगर
धीरे धीरे धीरे सीख जाऊँगा
मैं जानता नहीं मगर
धीरे धीरे धीरे सीख जाऊँगा
मैं जानता नहीं मगर
धीरे धीरे धीरे सीख जाऊँगा