Zinda Hoon Main Y
Vishal Dadlani
आ
मौत शर्मिंदा जिस्म जान
मौत शर्मिंदा जिस्म जान सब ज़िंदा है
हवा कफ़्ं है साँसे दफ़्न है
हवा कफ़्ं है साँसे दफ़्न है मिट्टी मिट्टी है सब
ज़िंदा हू मैं किसके लिए, ज़िंदा हू मैं किसके लिए
ज़िंदा हू मैं किसके लिए
चोट यह चुनिंदा ज़ख़्म का
चोट यह चुनिंदा ज़ख़्म का शौख ज़िंदा है
नब्ज़ ज़हर है बढ़े दर्द है
नब्ज़ ज़हर है बढ़े दर्द है मिट्टी मिट्टी है सब
ज़िंदा हू मैं किसके लिए, ज़िंदा हू मैं किसके लिए
ज़िंदा हू मैं किसके लिए, ज़िंदा हू मैं किसके लिए
आ रे रे दा दा रे
आ आ आ
बेअसर है सब कुछ यह खुदा
बेअसर है सब कुछ यह खुदा शर्मिंदा है
हवा कफ़्ं है साँसे दफ़्न है
हवा कफ़्ं है साँसे दफ़्न है मिट्टी मिट्टी है सब
ज़िंदा हू मैं किसके लिए, ज़िंदा हू मैं किसके लिए
ज़िंदा हू मैं किसके लिए किसके लिए (आ आ आ )