Humne To Yeh Nahi Socha Tha
हुँने तो यह नही सोचा था
ऐसा कैसे हो गया
साँसों की मेरी फुलवारी में
कोई पौधा बू गया
ओहो
हुँने तो यह नही सोचा था
ऐसा कैसे हो गया
साँसों की मेरी फुलवारी में
कोई पौधा बू गया
चुप के से आँख मेरी
इन्न आँखों से मिलने लगी
ज़िंदगी फासलों को
अपने हाथों से सीलने लगी
ओहो..
हुँने तो यह नही सोचा था
ऐसा कैसे हो गया (हो गया..)
करवट बदल कर लेते रहें हम
खुश्बू तुम्हारी समेटे हुवे हम
जीने लगे हैं सब हैं तेरे करम
जीने लगे हैं सब हैं तेरे करम
सपने में भी नही सोचा था
ऐसा कैसे हो गया
ओहो
अजब है ये दुनिया जैसे पहेली
कभी घैर लगती है, कभी है सहेली
तुम हो लक़ीरें मेरी, तुम ही हथेली
तुम हो लक़ीरें मेरी, तुम ही हथेली
जादू है ये तो बस जादू है
ऐसा कैसे हो गया
साँसों की मेरी फुलवारी में
कोई पौधा बू गया
चुप के से आँख मेरी
इन्न आँखों से मिलने लगी
ज़िंदगी फासलों को
अपने हाथों से सीलने लगी
ओ