Zihaal E Miskin
Sumit Goswami
जब चलते चलते रह मुडे
जब जुगनू मुठी खोल उड़े
जब नैन ये तोड़े rule सभी
और खुलके कर ले भूल सभी
भूल सभी भूल सभी
तो अटक गया है
ये मन अटक गया है
कुछ चटक गया है
ये मन अटक गया है
तो अटक गया है
ये मन अटक गया है
कुछ चटक गया है
ये मन अटक गया है(हाय)