Veera Teri Jai Jai Kar

Akhil Purohit, Prasan Chopda

जन्मे त्रिशला के आँगन में …वीरा
मानो त्रिभुवन ने पाया हो…हीरा

सारे जग में - आनंद छाया
देवो का भी मन हर्षाया

गूंजै है जयजयकार महावीरा....

जन्मे त्रिशला के आँगन में …वीरा
मानो त्रिभुवन ने पाया हो…हीरा
(वीरा तेरी जय जयकार..... )

१. हर्षित सारी धरती है
तूझको वंदन करती है...
हिंसा की आंधी को हरने वीरा तेरा आना काफी है ,
वीरा तेरी जय जयकार ,

जन्मे त्रिशला के आँगन में …वीरा
मानो त्रिभुवन ने पाया हो…हीरा
(वीरा तेरी जय जयकार..... )

२.सत्य अहिंसा के दानी
गौतम गणधर के स्वामी

जियो और जिने दो जग में आज भी गुंजे महावीर की वाणी

जन्मे त्रिशला के आँगन में …वीरा
मानो त्रिभुवन ने पाया हो…हीरा
(वीरा तेरी जय जयकार..... )

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