Tum Mere Ho [Sad]
Majrooh Sultanpuri
आजा के आज तूफान हम उठाएँगे
हम आज हर सितम की दीवार ढाएँगे
आजा के आज तूफान हम उठाएँगे
हम आज हर सितम की दीवार ढाएँगे
केहदो के आये जुल्म की फौजे
आग के दरया खून की मौजे
जो आएगा ओ ओ ओ मिट जाएगा
ओ ओ ओ जो आएगा मिट जाएगा
जान ले जमाना
तुम मेरे हो, तुम मेरे हो
सदियों से मेरे हो
जब से देखा तुम को यारा
धड़कन बोली, दिल पुकारा