Phir Milenge
तुम बिन क्या हाल हुआ है कुछ ना मह के सकूँ
पीर भी सुकून है मुजको तेरे लिए मह जियुं
धूर होर के मुजसे भी तू धूर क्यू ना होर सका
ख़तम हो नही सकती अब मेरी वफ़ा
तेरी है बहाीन मंज़िल
जिसको नही है टोना
सोचु तुझे मैं, रात दिन
खुद पे यकीन है मुजको
चाहान हे दिल से तुजको
अब ना गुज़ारा तेरे बिन
फिर मिलिंगे, मिल्लेंगे, एक दिन
मिलेंगे मिलेंगे एक दिन
मिलेंगे मिलेंगे एक दिन
मिलेंगे मिलेंगे एक दिन
मिलेंगे मिलेंगे एक दिन
मिलेंगे मिलेंगे एक दिन
आआआ फिर मिलिंगे, मिल्लेंगे, एक दिन फिर मिलिंगे
रोक सकूँ ना यादें वो मुस्करा कर बाते
कैसे बुलाऊं तेरा प्यार है आस यह अब जाना
तुम लोतके यूँ आना आता किसी पह जैसेह
एतबार
यह धूरी अब और साहू ना
बिन तेरे अब और रहूं ना
आह सुन ले तू मेरे अब दिल की, यह सदा
तू धूर है फिर भी यकीन है
मेरे सात ही अब तो कहीं हैं
तेरे बिना अब जीना ना मुमकिन, ये जनेजा
फिर मिलिंगे, मिल्लेंगे, एक दिन
मिलेंगे मिलेंगे एक दिन
मिलेंगे मिलेंगे एक दिन
मिलेंगे मिलेंगे एक दिन
मिलेंगे मिलेंगे एक दिन
मिलेंगे मिलेंगे