Koi Yun Dil Mein Basa Jata
Aziz Kashmiri
कोई यूँ दिल में
बसा जाता है क्यों
कोई यूँ दिल में
बसा जाता है क्यों
दिल में आके दिल को
तड़पाता है क्यों
दिल में आके दिल को
तड़पाता है क्यों
उसको जब मुझसे मोहब्बत ही नहीं
उसको जब मुझसे मोहब्बत ही नहीं
फिर तसव्वुर में
मेरे आता है क्यों
फिर तसव्वुर में
मेरे आता है क्यों
प्यार करती हैं मेरी नज़रें जिसे
प्यार करती हैं मेरी नज़रें जिसे
प्यार की नज़रों से
घबराता है क्यों
प्यार की नज़रों से
घबराता है क्यों
दिल की हसरत है उससे अपना कहें
दिल की हसरत है उससे अपना कहें
कोई बेगाना बना जाता है क्यों
कोई बेगाना बना जाता है क्यों
कोई यूँ दिल में बसा जाता है क्यों
दिल में आके दिल को तड़पाते है क्यों