Ghar Ye Tera Sada Na Mera Hai
आएी घर ये तेरा सदा ना मेरा है
आएी घर ये तेरा सदा ना मेरा है
रात दो रात का बसेरा है
रात दो रात का बसेरा है
रात दो रात का बसेरा है
जी को बढ़ती हुई उदासी ने
जी को बढ़ती हुई उदासी ने
क्या अकेला समझ के घेरा है
क्या अकेला समझ के घेरा है
क्या अकेला समझ के घेरा है
जिन से ओझल है, हन हन
जिन से ओझल है तू इन आँखों में
जिन से ओझल है तू इन आँखों में
रात कैसी के दिन अंधेरा है
रात कैसी के दिन अंधेरा है रे
घर ये तेरा सदा ना मेरा है
चाह में यूँ हुआ है डीड-ए-आब
चाह में यूँ हुआ है डीड-ए-आब
के ना तेरा ना अब ये मेरा है
के ना तेरा है अब ना मेरा है
हन घर ये तेरा सदा ना मेरा है
आरज़ू' बोझ बढ़ता जाएगा
आरज़ू' बोझ बढ़ता जाएगा, रे
चल खड़ा हो अभी सवेरा है
चल खड़ा हो अभी सवेरा है
घर ये तेरा सदा ना मेरा है