Woh Tere Pyar Ka Gham
ANAND BAKSHI, DAAN SINGH
तेरे बिन अब तो सनम
तेरे बिन अब तो सनम
जीना लगता है सितम
मुस्कराते है ये लब मेरे
आँखो मे है गम
तेरे बिन अब तो सनम
जीना लगता है सितम
मुस्कराते है ये लब मेरे
आँखो मे है गम
तुझको पाया तो लगा, तू ही घरौंदा मेरा
तेरी साँसो की महक मे, दिल था गुलशन मेरा
टूटा है आज भरम, ले रहा आखरी दम
लड़खड़ाते है कदम मेरे
आँखो मे है गम
चलते चलते बस यू ही, राह मे तू मिल जाना
दिल के जख्मो पे मरहम मेरे जरा कर जाना
टूटे बाहो मे ये दम, बस यही कर दे करम
मिल न पाए इस जहां में तो
लेंगे फिर जनम
तेरे बिन अब तो सनम
जीना लगता है सितम
मुस्कराते है ये लब मेरे
आँखो मे है गम