Chali Pi Ko Milan
चलि पि को मिलन बन ठन के दुल्हन
चलि पि को मिलन बन ठन के दुल्हन
जहां झनन पायल गावत है
चलि पि को मिलान बन ठन के दुल्हन
जहां झनन पायल गावत है
जहां झनन पायल गावत है
अब काहे को देर करो री सखी
अब काहे को देर करो री सखी
मोरा मायके में जिया गबरवट है
मोरा मायके में जिया गबराववत है
मैं तो बाबुल से मुख मोड़ चली
पिहर संग नाता तोड़ चली
बाबुल से मुख मोड़ चली
पिहर संग नाता तोड़ चली
सुख हो और चली
सुख हो और चली
लौट के फिर नहीं अवत है
कोई लोट फिर नहीं आवत है
कब दीप जले बिन बाती के
कब रह कते बिन साथी के
कब दीप जले बिन बेटी के
कब रह कते बिन साथी के
जित से बिछड़े नदिया
जित से बिछड़े नदिया
सुख सागर में मिला जावत है
सुख सागर में मिला जावत है
सुख सागर में मिला जावत है
मिला जावत है