Dar Dar Ki Thokren Hain
दर दर की ठोकरे है
दर दर की ठोकरे है
दुश्मन मेरा जहाँ है
दर दर की ठोकरे है
दुश्मन मेरा जहाँ है
फूटा नसीब लेकर
जाना मुझे कहाँ है
फूटा नसीब लेकर
जाना मुझे कहाँ है
दर दर की ठोकरे है
भटका हुआ है राही
है पाँव डगमगाते
भटका हुआ है राही
है पाँव डगमगाते
मंज़िल का क्या ठिकाना
रास्ता है ना निशा है
मंज़िल का क्या ठिकाना
रास्ता है ना निशा है
दर दर की ठोकरे है
दुश्मन मेरा जहाँ है
दर दर की ठोकरे है
शिकवा किसी से क्या हो
जब अपने हुए पराए
शिकवा किसी से क्या हो
जब अपने हुए पराए
ना जिंदगी है साथी
ना मौत मेहर्बा है
ना जिंदगी है साथी
ना मौत मेहर्बा है
दर दर की ठोकरे है
दुश्मन मेरा जहाँ है
दर दर की ठोकरे है