Dharti Ko Akash Pukare
NAUSHAD, SHAKEEL BADAYUNI
धरती को आकाश पुकारे
आ जा आ जा प्रेम दुवारे
आना ही होगा
इस दुनिया को छोड़ के प्यारे
झूठे बंधन तोड़ के सारे
जाना ही होगा
धरती को आकाश पुकारे
आ जा आ जा प्रेम दुवारे
आना ही होगा
इस दुनिया को छोड़ के प्यारे
झूठे बंधन तोड़ के सारे
जाना ही होगा
2009 • Ghazals By Shamshad Begum
2011 • Missing You
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