Ichak Beechak Ghurr

Roshan, Kidar Sharma

ओ इचक बिचक ओ इचक बिचक चुर्र
दिल उड़ा गया बाबू फुर्र फुर्र दिल उड़ा गया बाबू फुर्रर्रर्रर्र
ओ इचक बिचक ओ इचक बिचक चुर्र
दिल उड़ा गया बाबू फुर्र फुर्र दिल उड़ा गया बाबू फुर्रर्रर्रर्र

शुरू शुरू मे प्यार कहेगा, तू दिलबर मै जानी
धीरे धीरे
धीरे धीरे रोग बढ़ा, तब याद आएगी नानी
नज़र का तीर सिने मे लगा, गया दिल चिर गया दिल चिर
मन उलझा उलझी दो अखियाँ हाय
मन उलझा उलझी दो अखियाँ, हे! अब क्यो हो तदबीर
ओ इचक बिचक ओ इचक बिचक चुर्र
दिल उड़ा गया बाबू फुर्र फुर्र दिल उड़ा गया बाबू फुर्रर्रर्रर्र
ओ इचक बिचक ओ इचक बिचक चुर्र
दिल उड़ा गया बाबू फुर्र फुर्र दिल उड़ा गया बाबू फुर्रर्रर्रर्र

अभी से एक के दो दो, तुमको देने लगे दिखाई
सचमुच दोनो
सचमुच दोनो एक बने, तो फिर क्या होगा भाई
बवारे नैन ना इन को नींद, ना इन को चैन ना इन को चैन
देखत है अब बाट किसी की हाय
देखत है अब बाट किसी की ये पगले दिन रैन
ओ इचक बिचक ओ इचक बिचक चुर्र
दिल उड़ा गया बाबू फुर्र फुर्र दिल उड़ा गया बाबू फुर्रर्रर्रर्र
ओ इचक बिचक ओ इचक बिचक चुर्र
दिल उड़ा गया बाबू फुर्र फुर्र दिल उड़ा गया बाबू फुर्रर्रर्रर्र

Wissenswertes über das Lied Ichak Beechak Ghurr von शमशाद बेगम

Wer hat das Lied “Ichak Beechak Ghurr” von शमशाद बेगम komponiert?
Das Lied “Ichak Beechak Ghurr” von शमशाद बेगम wurde von Roshan, Kidar Sharma komponiert.

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