Jaam Tham Le

S D Burman, Sahir Ludhianvi

जाम थाम ले, जाम थाम ले
सोचते ही सोचते ना बीते सारी रात
जाम थाम ले, जाम थाम ले
सोचते ही सोचते ना बीते सारी रात
जाम थाम ले

साज के आई है शीशे की परी
ढूढ़ के लाई है दिलो की खुशी
साज के आई है शीशे की परी
ढूढ़ के लाई है दिलो की खुशी
जन्नत से कुदरत ने भेजा तेरे लिए इनाम
जन्नत से कुदरत ने भेजा तेरे लिए इनाम
दुनिया के हर दुख का दारू एक सुनहरी जाम
जाम थाम ले, जाम थाम ले
सोचते ही सोचते ना बीते सारी रात
जाम थाम ले

सुबह दूर है रत की कसम
दिल की मन ले मेरे सनम
सुबह दूर है रत की कसम
दिल की मान ले मेरे सनम
मस्ती की इन घड़ियो मे क्या सोच समझ का कम
मस्ती की इन घड़ियो मे क्या सोच समझ का कम
ज़ुल्फो के साए मे नडा कर भी ले आराम
जाम थाम ले, जाम थाम ले
सोचते ही सोचते ना बीते सारी रात
जाम थाम ले

Wissenswertes über das Lied Jaam Tham Le von शमशाद बेगम

Wer hat das Lied “Jaam Tham Le” von शमशाद बेगम komponiert?
Das Lied “Jaam Tham Le” von शमशाद बेगम wurde von S D Burman, Sahir Ludhianvi komponiert.

Beliebteste Lieder von शमशाद बेगम

Andere Künstler von Traditional music