Jab Usne Gesu Bikhraye

NAUSHAD, MAJROOH SULTANPURI

जब उसने गेसू बिखराए
बादल आया झूम के
मस्त उमंगें लहराई है
रंगीन मुखड़ा चुम के

गुंचा महका बुलबुल चहका
गुंचा महका बुलबुल चहका
नाचे भँवरा झूम के
जब उसने गेसू बिखराए
बादल आया झूम के

उसके नैन गुलाबी
उसके नैन गुलाबी
करदे सबको शराबी
करदे सबको शराबी
बादल आया झूम के
जब उसने गेसू बिखराए
बादल आया झूम के

जब हस हस कर वो बोले
कानो में वो रस घोले
हर दिल में अरमान डोले
अपनी आँखे खोले
जब हस हस कर वो बोले
कानो में वो रस घोले
हर दिल में अरमान डोले
अपनी आँखे खोले
हो ओ
उसने पैमाना छलकाया
आशा की मस्ती में
आचल ढलकया
आशा की
उसने पैमाना छलकाया
आशा की मस्ती में
आचल ढलकया
आशा की
रूम झूम रूम झूम
बादल आया झूम के
जब उसने गेसू बिखराए
बादल आया झूम के
मस्त उमंगें लहराई है
रंगीन मुखड़ा चुम के

Wissenswertes über das Lied Jab Usne Gesu Bikhraye von शमशाद बेगम

Wer hat das Lied “Jab Usne Gesu Bikhraye” von शमशाद बेगम komponiert?
Das Lied “Jab Usne Gesu Bikhraye” von शमशाद बेगम wurde von NAUSHAD, MAJROOH SULTANPURI komponiert.

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