Sari Khushiyan Saath Aai

Sahir Ludhianvi

सारी खुशियाँ साथ आई आप जब आये
मेरे दिल की धड़कनों ने फूल बिखराये
सारी खुशियाँ साथ आई आप जब आये
मेरे दिल की धड़कनों ने फूल बिखराये
हो सारी खुशियाँ
ओ जी
तुमसे मिलकर आरज़ू पर निखार आने लगा आने लगा
तुमसे मिलकर तुमसे मिलकर आरज़ू पर निखार आने लगा
आप अपनी ज़न्दगी पर हमको प्यार आने लगा
मिल गयी है आप को फीर दिल भी मिल जाये
मेरे दिल की धड़कनों ने फूल बिखराये
हो सारी खुशियाँ

जिंदगी की धूप में चाहत का साया मिल गया
जिंदगी की धूप में
जिंदगी की धूप में राहत का साया मिल गया
जो हे अपनो से भी प्यारा वो पराया मिल गया
आज चंचल रूप मेरा क्यों न इतराये
मेरे दिल की धड़कनों ने फूल बिखराये
हो सारी खुशियाँ
ओ जी
जो कभी आए न थे वे ख्याल आने लगे आने लगे
जो कभी आए न थे
जो कभी आए न थे वे ख्याल आने लगे
रात भर आँखों में अब ख्वाब लहराने लगे
एक नजर में हम तो घायल हो गए हाए
मेरे दिल की धड़कनों ने फूल बिखराये
हो सारी खुशियाँ

Wissenswertes über das Lied Sari Khushiyan Saath Aai von शमशाद बेगम

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Das Lied “Sari Khushiyan Saath Aai” von शमशाद बेगम wurde von Sahir Ludhianvi komponiert.

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