Dhundo Ge Agar Mulkon
Abida Parveen
ढूँढोगे अगर मुल्कों मुल्कों
मिलेंगे नही नायाब हैं हम
तुम्हारी हर जगह हर मोहाज पर साथ दूंगा मैं
तुम्हारी बेरंग ज़िन्दगी में रंग बिखेर दूंगा मैं
आए दर्द बता कुछ तू ही पता
अब तक ये मोअम्मा हल ना हुआ
हम में हे दिल ए बेताब निहान
ये तो महोब्बत का माहौल है
और महोब्बत के माहौल में मेरा दम घुटता है
हम में हे दिल ए बेताब निहान
या आप दिल ए बेताब हैं हम
ढूँढोगे अगर मुल्कों मुल्कों
मिलेंगे नही नायाब हैं हम
ढूँढोगे अगर मुल्कों मुल्कों