Aaj Ibaadat
A M TURAZ, SANJAY LEELA BHANSALI
ओम मंगलम भगवान विष्णु
मंगलम गरुड़ ध्वजा
धे रे दे रे ओम जाई जाई ओम आ
मंगलम पुण्डरीकाक्ष
मंगलाए तनो हरी
आज इबादत
आज इबादत रूबरू हो गयी
रूबरू हो गयी
जो माँगी थी जो माँगी थी
जो माँगी थी
उस दुआ से गुफ्तगू हो गयी
आ
मेरे मौला, मेरे मौला
मेरे मौला, मेरे मौला
तेरा शुक्रिया
आज इबादत रूबरू हो गयी
रूबरू हो गयी
दर्द के अंधेरो से
आ गये उजालों में
इश्क़ के चरगों का
नूर है ख़यालों में
दर्द के अंधेरो से
आ गये उजालों में
इश्क़ के चरगों का
नूवर है ख़यालों में
नज़रों से तेरी चाक
दिल पे रफु हो गयी
दिल पे रफु हो गयी
धी ध नी ना नी न रे ग म
मेरे मौला, मेरे मौला
मेरे मौला, मेरे मौला
तेरा शुक्रिया
आज इबादत रूबरू हो गयी
ओम मंगलम भगवान विष्णु (मौला)
मंगलम गरूडा ध्वजा (मेरे मौला)
ओम मंगलम पुण्डरीकाक्ष (मौला)
मंगलाए तनो हरी (मौला)