Shiv Ki Preet Ne Sikhlaya
शिव की प्रीत ने सिखलाया सब से प्रीत निभाना
सब से प्रीत निभाना
सारी दुनिया अपनी है अब कोई नही बेगाना
सब से प्रीत निभाना
सब से प्रीत निभाना
सब से प्रीत निभाना
शिव की प्रीत ने सिखलाया सब से प्रीत निभाना
सब से प्रीत निभाना
मार्ग दिखाया तूने ऐसा हो गई ज्ञान की भोर
पाना था जो पालिया है बाँध के तुजसे डोर
ओर कहा हम पाएगे अब ये अनमोल खजाना
ये अनमोल खजाना
शिव की प्रीत ने सिखलाया सब से प्रीत निभाना
सब से प्रीत निभाना
दिव्य गुनो से शिव बाबा तू हम को रोज सजाए
ज्योति बिंदु से निहार लगे तो स्नेह सदा निहराए
दसो दिशाओ को महकाए तेरा प्रेम तराना
तेरा प्रेम तराना
शिव की प्रीत ने सिखलाया सब से प्रीत निभाना
सब से प्रीत निभाना
सब से प्रीत निभाना
सब से प्रीत निभाना
शिव की प्रीत ने सिखलाया सब से प्रीत निभाना
सब से प्रीत निभाना
सब से प्रीत निभाना