Pakhi
तेरे नैनो से जोड़ दी है
नैनो की ये डोरियाँ
होठों पे आ गयी है
लम्हो की ये चोरियाँ
आरज़ू है की ये सारे
राज़ तुझसे बाँट लूँ
क़तरा क़तरा ख्वाब ये
टोकरी से छांट लूँ
देखा है मैने आज
इश्क़ रहता है कौन से भेष में
दिल पाख़ी हुआ रे
पाख़ी पाख़ी हुआ रे
दिल पाख़ी हुआ रे
तेरे देश में
दिल पाख़ी हुआ रे
पाख़ी पाख़ी हुआ रे
दिल पाख़ी हुआ रे
तेरे देश में हन
ह्म ना जाने क्यूँ दिल कहे
के मैं तेरी राह चालू
तेरी ओर चल पड़े है कदम
ना जाने क्यूँ दिल कहे के मैं तेरी राह चालू
तेरी ओर चल पड़े है कदम
तेरी मेरी बातें, सोई जागी रातें
इश्क़ का ये रंग, मन हुआ पतंग उड़े आसमान
आरज़ू है की ये सारे
राज़ तुझसे बाँट लूँ
कटरा कटरा ख्वाब ये
टोकरी से छाँट लूँ
देखा है मैने आज
इश्क़ रहता है कौन से भेष में
दिल पाख़ी हुआ रे
पाख़ी पाख़ी हुआ रे
दिल पाख़ी हुआ रे
तेरे देश में हन
दिल पाख़ी हुआ रे
पाख़ी पाख़ी हुआ रे
दिल पाख़ी हुआ रे
तेरे देश में हन
आरज़ू है की ये सारे
राज़ तुझसे बाँट लूँ
क़तरा क़तरा ख्वाब ये
टोकरी से छांट लूँ
देखा है मैने आज
इश्क़ रहता है कौन से भेष में
दिल पाख़ी हुआ रे
पाख़ी पाख़ी हुआ रे
दिल पाख़ी हुआ रे
तेरे देश में
दिल पाख़ी हुआ रे
पाख़ी पाख़ी हुआ रे
दिल पाख़ी हुआ रे
तेरे देश में
तेरे नैनो से जोड़ दी है
नैनो की ये डोरियाँ
लम्हो की ये चोरियाँ