Ishq Bezubaan
ओ सुनु तो आज़ान सी
पढू तो आयत सी
दिल को है तुझसे राहत सी
दिल का सुकून भी
मांगूं तो मन्नत भी
देखु तुझी में जन्नत भी
कर दे करम तू मुझपे
दिल से ओ को दिल मिला
कहदो ना नैनों से
इश्क़ बेजुबां है कहदो ना
कहदो ना नैनों से
इश्क़ बेजुबां है कहदो ना
तू शाम अवध सी लगती है
और सुबह बनारस वाली है
तुझे छू के हर पल महके हवा
तू उपवन की हरियाली है
तेरी बातों में तारीफ़ बड़ी
समझू में तेरे इशारों को
में तो बस चहुँ दिल से
अहसास मिले इन सांसों को
में तो बस चहुँ दिल से
अहसास मिले इन सांसों को
कहदो ना नैनों से
इश्क़ बेजुबां है कहदो ना
कहदो ना नैनों से
इश्क़ बेजुबां है कहदो ना
हो हर ख्वाब में मुझको मिलती तू
ये बात तो दिल ने मानी है
अब लाख सम्भालो सम्भले ना
तेरा नशा बड़ा रूहानी है
मेरा हाल भी तेरे जैसा है
हर पल दिन रात ये लगता है
हाँ प्यार मुझे भी है तुझसे
मेरी रूह से दिल ये कहता है
हाँ प्यार मुझे भी है तुझसे
मेरी रूह से दिल ये कहता है
कहदो ना नैनों से
इश्क़ बेजुबां है कहदो ना
कहदो ना नैनों से
इश्क़ बेजुबां है कहदो ना
इश्क़ इबादत इश्क़ खुदा है
इश्क़ ही आयत इश्क़ दुआ है
इश्क़ इबादत इश्क़ खुदा है
इश्क़ ही आयत इश्क़ दुआ है
इश्क़ इबादत इश्क़ खुदा है
इश्क़ ही आयत इश्क़ दुआ है
इश्क़ बेजुबां है कहदो ना