Rivaj - O - Rasm Nibhane Ki
रिवाज-ओ-रस्म निभाने की
क्या ज़रूरत हैं
रिवाज-ओ-रस्म निभाने की
क्या ज़रूरत हैं
मेरे हो तुम तो ज़माने की
क्या ज़रूरत हैं
दिलो की रस्म दिखाने की
क्या ज़रूरत हैं
दिलो की रस्म दिखाने की
क्या ज़रूरत हैं
ये बात सब को पत्ता ने की
क्या ज़रूरत हैं
रिवाज-ओ-रस्म निभाने की
क्या ज़रूरत हैं
तुम आओगे तो
बहारे भी साथ आएगी
तुम आओगे तो
बहारे भी साथ आएगी
तुम आओगे तो
बहारे भी साथ आएगी
घुलो से घर को सजाने की
क्या ज़रूरत हैं
घुलो से घर को सजाने की
क्या ज़रूरत हैं
रिवाज-ओ-रस्म निभाने की
क्या ज़रूरत हैं
पसंद आ गया कोई तो उसे मिल लीजे
पसंद आ गया कोई तो उसे मिल लीजे
पसंद आ गया कोई तो उसे मिल लीजे
किसी हसीन बहाने की
क्या ज़रूरत हैं
किसी हसीन बहाने की
क्या ज़रूरत हैं
रिवाज-ओ-रस्म निभाने की
क्या ज़रूरत हैं
तुम आ गये
भारी महफ़िल में रोशनी सी हुई
तुम आ गये
भारी महफ़िल में रोशनी सी हुई
तुम आ गये
भारी महफ़िल में रोशनी सी हुई
बस अब चराग़ जलाने की
क्या ज़रूरत हैं
बस अब चराग़ जलाने की
क्या ज़रूरत हैं
रिवाज-ओ-रस्म निभाने की
क्या ज़रूरत हैं
रिवाज-ओ-रस्म निभाने की
क्या ज़रूरत हैं
मेरे हो तुम तो ज़माने की
क्या ज़रूरत हैं
रिवाज-ओ-रस्म निभाने की
क्या ज़रूरत हैं