Shyama O Shyama Rama O Rama
श्यामा ओ श्यामा रामा हो रामा
मेरी पीढ़ तोसे छुपी तो नही
छुपी तो नही श्याम छुपी तो नही
मेरी पीढ़ तोसे छुपी तो नही
छोड़ के तेरा द्वार खि क्बी मैं
खि दुख रोने गयी तो नही
श्यामा ओ श्यामा रामा हो रामा
मेरी पीढ़ तोसे छुपी तो नही
मैने कब चाहा बनू महलो की रानी
बनके रही मैं तो दरस दीवानी
मैने कब चाहा बनू महलो की रानी
बनके रही मैं तो दरस दीवानी
किसी सुख की खातिर ओ मेरे दाता
कोई हट मैने करी तो नही
करी तो नही रे हट करी तो नही
मेरी पीढ़ तोसे छुपी तो नही
श्यामा ओ श्यामा रामा हो रामा
मेरी पीढ़ तोसे छुपी तो नही
मैने तो हमेशा प्रभु बस यही माँगा
बनके राहु मैं तेरी माला का धागा
मैने तो हमेशा प्रभु बस यही माँगा
बनके राहु मैं तेरी माला का धागा
दुख तो यही है तूने भी ये मुझसे
कभी ये ना पूछा दुखी तो नही
दुखी तो नही अरी दुखी तो नही
मेरी पीढ़ तोसे छुपी तो नही
श्यामा ओ श्यामा रामा हो रामा
मेरी पीढ़ तोसे छुपी तो नही