O Jaana
कहीं छोटी सी मुलाक़ात पे
मेरे साथ मेरे ओ यारा चल
मेरी ज़िंदगी का बागबान
खिल जाएगा तेरे साथ मे
इन सोई आँखों की पलकों को
तू जगा ज़रा मेरे खाबों से
मेरी ख्वाहिशों का कारवाँ
बन जाएगा तेरे साथ मे
ओ जाना मेरे साथ चल
दिलकश हसीन अपना सफ़र बन जाएगा
ओ जाना मेरे साथ चल
दिलकश हसीन अपना सफ़र बन जाएगा
जब सर्द शामों की उलझने
तेरे सोंधे जिस्म को चूम के
मेरी आयतों की दुआओं से
तेरी आँखों को यून मूंद दे
जब कोरे काग़ज़ की तरह
लगे तुमको वीराना सफ़र
ज़िद्द मैं करूँ पा लून तुझे
बन जाएगा सपनो का घर
तब इंतेहाँ दिल चियर के
हो जायें मेरे प्यार की
गर इस तरह मिल जाएगा
खुदा मेरा तेरे साथ में
कहीं छ्होटी सी मुलाक़ात पे
मेरे साथ मेरे ओ यारा चल
मेरी ज़िंदगी का बघहबान
खिल जाएगा तेरे साथ मे
ओ जाना मेरे साथ चल
दिलकश हसीन अपना सफ़र बन जाएगा
ओ जाना मेरे साथ चल
दिलकश हसीन अपना सफ़र बन जाएगा
ओ जाना। ....ओ जाना