Kuch To Hai
ओ ओ ओ
ओ ओ ओ
ओ ओ ओ
कुछ तो है, हवाओं ने
रुख़ जो बदला है
कुछ तो है, बेचनिया सी
दरमियाँ भी है
हो ओह
हो ओह
हो.ओह
ज़िंदगी मुस्कुरा रही है
रास्ते भी बेज़ुबान है
शामो ने सुबह से दोस्ती करी
इन दीनो कुछ तो ख़ास है
रुकजा यही, थमजा कहीं
शामें तेरी तनहां ना हो
रुकजा यही, थमजा कहीं
शामें तेरी तनहां ना हो
ज़िन्दगी क्या कहना चाह रही है
लम्हो को दूर ले जा रही है
ख्वाइशे बिखरी बिखरी सी है
रहमतें खोई खोई सी है
हो ओह
हो ओह
हो ओह
हो ओह
रुकजा यहीं
रुकजा यहीं
रुकजा यहीं रुकजा यहीं