Do Panchhi Do Tinke
दो पंछी दो तिनके कहो
ले के चले है कहा हो
दो पंछी दो तिनके कहो
ले के चले है कहा
ये बनाएँगे एक आशिया
ये बनाएँगे एक आशिया
दो पंछी दो तिनके कहो
ले के चले है कहा
ये बनाएँगे एक आशिया
ये बनाएँगे एक आशिया
ये तो अपनी ही धुन में गाए
ऊँचे ऊँचे उड़ती जाए
इनकी मस्ती को और बढ़ाये
सावन की ये हवाएं
मंज़िल के मतवाले देखो
छूने चले आसमान हो
मंज़िल के मतवाले देखो (हो हो हो)
छूने चले आसमान (हो हो हो)
ये बनाएँगे एक आशिया (ये बनाएँगे एक आशिया)
ये बनाएँगे एक आशिया (ये बनाएँगे एक आशिया)
एक फूलों भरी हो डाली
और उस पर हो बसेरा
कुछ ऐसा ही मीठा मीठा
हैं सपना तेरा मेरा
ये सपना सच होगा
कह रही धड़कनो की जुबां
हो ये सपना सच होगा (हो हो हो)
कह रही धड़कनो की जुबां (हो हो हो)
हम बनाएंगे एक आशिया (हम बनाएंगे एक आशिया)
हम बनाएंगे एक आशिया (हम बनाएंगे एक आशिया)
हम बनाएंगे एक आशिया (हम बनाएंगे एक आशिया)
हम बनाएंगे एक आशिया (हम बनाएंगे एक आशिया)
हम बनाएंगे एक आशिया (हम बनाएंगे एक आशिया)