Kya Yeh Mumkin Hai
में तुम्हारे बिना नहीं रेह सकती राम
एक बात पूंछू पूछो
क्या ये मुमकिन है बोलो क्या हो सकता है ऐसा
मुझको जीवन साथी चाहिए कोई तुम्हारे जैसा
सूरज की किर्ने धरती को पवन सुमन को चूमे
चाँद का मुखड़ा चूम के मस्ती मेी मौजे झूमे
ये चुंबन किस काम के साजन हमने किया ना ऐसा
मुझको जीवन साथी चाहिए कोई तुम्हारे जैसा
औ औ औ औ औ
चाँद और मौज गगन और धरती ये भी है मजबूर
लिपटे हुए लगते है फिर भी एक दूजे से दूर
पाकर जिसको पा ना सके हम उसका पाना कैसा
मुझको जीवन साथी चाहिए कोई तुम्हारे जैसा
बिना तुम्हारे ढूँढ है जीवन कुछ भी नज़र ना आए
इन धुंधली रहो मे ना जाने कौन कहा खो जाए
जैसे पवन से ढूँढ मिली हो मिलन हमारा ऐसा
मुझको जीवन साथी चाहिए कोई तुम्हारे जैसा