Mohabbat Ka Chota Sa Ek Aashiyana
मोहब्बत का छ्होटा सा
एक आशियाना
किसी ने बनाया किसी ने मिटाया
बड़े सौख से दो दिलो का घराना
किसी ने बनाया किसी ने मिटाया
मुझे याद है
तेरा चुप चुप के आना
ज़माने की नज़रो से
नज़रे बचना
जहा हम मिले थे वो
पहला ठिकाना
किसी ने बनाया किसी ने मिटाया
तुझे याद है हुँने
देखा था सपना
कहा था मुझे तूने
सपने में अपना
वो सपना था सपना
हसाना फसाना
किसी ने बनाया किसी ने मिटाया
मोहब्बत का छ्होटा सा
एक आशियाना
किसी ने बनाया किसी ने मिटाया