Permit Bina Is Jahan Mein
पर्मिट पर्मिट पर्मिट
पर्मिट के लिए मार मिट
पर्मिट के लिए मार मिट
पेरंट बिना इस जहाँ मे
दो दिन भी ना जिया जाए
पर्मिट पर्मिट पर्मिट
पर्मिट के लिए मार मिट
दुनिया से बड़ा तू
दुनिया बसने वाले
तुझसे भी है उँचे
पर्मिट बनाने वाले
हुए पैदा तो पर्मिट
रहे जिंदा तो पर्मिट
उठे मुर्दा तो पर्मिट
पैदा तो पर्मिट
जिंदा प ओएरमित
मुर्दा तो पर्मिट
देखो ये जमाना
पर्मिट पर्मिट पर्मिट
पर्मिट के लिए मार मिट
पेरंट बिना इस जहाँ मे
दो दिन भी ना जिया जाए
पर्मिट पर्मिट पर्मिट
एक रोज़ गये जी हम
दारू चाड़ने
देखो ये तमाशा
पहुचे वाहा से थाने
हुआ ये हम पे सितम
वाहा जकड़े गये हम
माँगा जो पर्मिट
हमने कहा ना ना
पर्मिट पर्मिट पर्मिट
पर्मिट के लिए मार मिट
पेरंट बिना इस जहाँ मे
दो दिन भी ना जिया जाए
पर्मिट पर्मिट पर्मिट
जाना था परमिट अपनी जा बचा के
जाने न जमाना
चुलके से जहर खले
गये हम एक दुकान पर
कहा जो जहर मिसटर
वो बोला वो सिकंदर
पर्मिट तो दिखना
पर्मिट पर्मिट पर्मिट
पेरंट बिना इस जहाँ मे
दो दिन भी ना जिया जाए
पर्मिट पर्मिट पर्मिट
मजनू ने लैला से
जब सदी को कहा
बोली मुझे ना
पूछो अब्बा से मिलो जा
उसे था गुस्सा भरा
क्या अगर है
ज़रा पेरंट तो दिखा
पर्मिट पर्मिट पर्मिट
पर्मिट के लिए मार मिट
पेरंट बिना इस जहाँ मे
दो दिन भी ना जिया जाए
पर्मिट पर्मिट पर्मिट
पेरंट बिना इस जहाँ मे
दो दिन भी ना जिया जाए
पर्मिट पर्मिट पर्मिट