Tere Liye Chandi Ka Bangla
बेताल ये लैला बेताल
तेरे लिए चाँदी का बंगला बनाऊंगा
बंगले में सोने का ताला लगाउंगा
ताले में हिरे के चाबी लगाउंगा
ताले में हिरे के चाबी लगाउंगा
कुटिया में रह जाउंगी बंगले में तेरे नहीं आऊंगी
कुटिया में रह जाउंगी बंगले में तेरे नहीं आऊंगी
मेरी बुलबुल रूप रानी राज़ी से जो तू न मानी
सूरज के घोड़ों का रथ लेके आउंगा
ऊँचे आसमान में उड़ा के ले जाऊंगा
तुझे जबरदस्ती दुलहनिया बनाऊगा
जहर खाके सो जाउंगी न न न डोली में तेरी नहीं जाऊंगी
जहर खाके सो जाउंगी डोली में तेरी नहीं जाऊंगी
तेरे लिए चाँदी का बंगला बनाऊंगा
बंगले में सोने का ताला लगाउंगा
ताले में हिरे के चाबी लगाउंगा
ताले में हिरे के चाबी लगाउंगा
कुटिया में रह जाउंगी बंगले में फिर नहीं आऊंगी
कुटिया में रह जाउंगी बंगले में फिर नहीं आऊंगी
जो मांगे वो मोल दूँगा दिल की तिजोरी खोल दूंगा
दिल की तिजोरी की तुझे चोरी लगा दूंगा
चोरी लगा दूंगा तुझे कैद करा दूंगा
दिल में कैद करके उम्र भर की सज़ा दूँगा
सूली पे चढ़ जाउंगी न न न काबू में तेरे नहीं आऊंगी
सूली पे चढ़ जाउंगी काबू में तेरे नहीं आऊंगी
तेरे लिए चाँदी का बंगला बनाऊगा
बंगले में सोने का ताला लगाउंगा
ताले में हिरे के चाबी लगाउंगा
ताले में हिरे के चाबी लगाउंगा
कुटिया में रह जाउंगी बंगले में फिर नहीं आऊंगी(आहा)
कुटिया में रह जाउंगी बंगले में फिर नहीं आऊंगी