Yeh Dard Bhara Afsana
ये दर्द भरा अफ़साना सुनले
अनजान ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द न कोई जाना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द न कोई जाना
कोई भी वादा याद न आया
कोई कसम भी याद न आयी
मेरी दुहायी सुन ले ख़ुदाई
मेरे सनम ने की बेवफाई
दिल टूट गया दीवाना सुनले
अनजान ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द न कोई जाना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द न कोई जाना
यादे पुरानी आने लगी क्या
ऑंखें झुकाली क्या दिल में आया
देखो नज़ारा दिलबर हमारा
कैसे हमारी महफ़िल में आया
है साथ कोई बेगाना
सुनले अन्जान ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द न कोई जाना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द न कोई जाना