Aa Palkon Men Aa Sapne Saja
आ पलाको में आ सपने सज़ा
बेहोश रातो की निंदिया चुरा
आ पलाको में आ सपने सज़ा
बेहोश रातो की निंदिया चुरा
आ पलाको में आ
ओ जिस रागिनी को भीगी हुई
चाँदनी गा रही है
मेरे धड़कते दिल से
उसीकि सदा आ रही है
आ पलाको में आ सपने सज़ा
बेहोश रातो की निंदिया चुरा
आ पलाको में आ
ओ यह प्यास कैसी है आकर
यह जलते सितारो से पुच्छ ले
बेचैनिया हर पल मचलती
बहारो से पुच्छ ले
आ पलाको में आ सपने सज़ा
बेहोश रातो की निंदिया चुरा
आ पलाको में आ