Aadmi Musafir Hain [Pt. 1 and Pt. 2]
आदमी मुसाफिर है आता है जाता है
आते-जाते रास्ते मे यादे छोड़ जाता है
आदमी मुसाफिर है आता है जाता है
आते-जाते रास्ते मे यादे छोड़ जाता है
आदमी मुसाफिर है
आदमी मुसाफिर है
झोका हवा का पानी का रेला
झोका हवा का पानी का रेला
मेले मे रह जाए जो अकेला
मेले मे रह जाए जो अकेला
फिर वो अकेला ही रह जाता है
आदमी मुसाफिर है आता है जाता है
आते-जाते रास्ते मे यादे छोड़ जाता है
कब छोड़ है यह रोग जी को
कब छोड़ है यह रोग जी को
दिल भूल जाता हैं जब किसी को
दिल भूल जाता हैं जब किसी को
वो भूलकर भी याद आता है
आदमी मुसाफिर है, आदमी मुसाफिर है
आता है जाता है, आता है जाता है
आते-जाते रास्ते मे यादे छोड़ जाता है
आदमी मुसाफिर है, आदमी मुसाफिर है
क्या साथ लाए क्या तोड़ आए
क्या साथ लाए क्या तोड़ आए
रास्ते मे हम क्या क्या छोड़ आए
रास्ते मे हम क्या क्या छोड़ आए
मंज़िल पे जा के याद आता है
आदमी मुसाफिर है आता है जाता है
आते-जाते रास्ते मे यादे छोड़ जाता है
जब डोलाती है, जीवन की नैय्या
जब डोलाती है, जीवन की नैय्या
कोई तो बन जाता हैं खिवाय्या
कोई तो बन जाता हैं खिवाय्या
कोई किनारे पे ही डूब जाता है
आदमी मुसाफिर है आता है जाता है
आते-जाते रास्ते मे यादे छोड़ जाता है
आदमी मुसाफिर है आता है जाता है
आते-जाते रास्ते मे यादे छोड़ जाता है
यादे छोड़ जाता है
यादे छोड़ जाता है