Bahar Aai Khili Kaliyan
बहार आई, खिली कलियाँ, हँसे तारे, चले आओ
हमे जीने नही देते ये नज़ारे, चले आओ
बहार आई खिली कलियाँ
ज़ुबान पर आ बन बन के
तुम्हारा नाम आता है
मुहब्बत मे तुम्ही जीते
हमें हारे चले आओ
हमे जीने नही देते ये नज़ारे, चले आओ
बहार आई खिली कलियाँ
कही ऐसा ना हो
दिल की लगी दिल ही को ले डूबे
कही ऐसा ना हो
दिल की लगी दिल ही को ले डूबे
बुझाए से नही बुझते ये अंगारे चले आओ
हमे जीने नही देते ये नज़ारे, चले आओ
बहार आई, खिली कलियाँ, हँसे तारे, चले आओ
हमे जीने नही देते ये नज़ारे, चले आओ