Bolo Badal Ki Mehbooba Kaun Hai
बोलो बदल की महबूबा कोन है
बोलो बदल की महबूबा कोन है
बिजली है
बोलो फूलो की महबुबा कोन है
तितली है
हर शमा का एक परवाना
फिर प्यार में क्या शर्माना
कोई न कोई होता है
हर किसी का यहाँ दीवाना
तो फिर मैं तेरी मेहबूबा
तू मेरा मेहबूब जोड़ी जम के रहेगी
जम के रहेगी
ये प्यार का सदा है जरा सोच लो
सोच लिया है
अरे चेहरा ही देखा है
जरा दिल भी देखो
देख लिया है
तुम इतना तेज न दौड़ो
कुछ कल के लिए भी छोडो
कल पर कोई बात न छोड़ो
आज ही नाता जोड़ो
अरे गले पड़े महबूबा
तो क्या करे महबूब जोड़ी कैसे जमेगी
कैसे जमेगी
ओ हो हो
जम के रहे गी
जम के रहे गी
देखो दूर रहो न हमसे
ओ देखो दूर रहो न हमसे
रो देगा सावन गम से
चलो संग संग भीगे दोनों
ये आग बुझे इस दम पे
हम दोनों अगर भिगेंगे
सर्दी लगने का डर है
बरसात अगर आएगी
बिजली गिरने का डर है
बिजली से क्या घबराना
तू बादल है मस्ताना
मुझे सीने से लिपटाना
हाय गले पड़े महबूबा
तो क्या करे महबूब जोड़ी कैसे जमेगी
कैसे जमेगी
ओ हो हो जम के रहेगी
जम के रहेगी
अभी अंधियारा छाएगा
अभी अंधियारा छाएगा
तो और मजा आएगा
हम बाहों में आ जायेंगे
कोई देख नहीं पायेगा
अँधियारा अगर छायेगा
रस्ता न नज़र आएगा
तुम पेहने हो गहने इतने
कोई लूट के ले जायेगा
तुम छोड़ो हम को डराना
कैसे भी तुम्हे है पाना
मंज़ूर हमे लुट जाना
अरे गले पड़े महबूबा
तो क्या करे महबूब जोड़ी कैसे जमेगी
कैसे जमेगी
ओ हो हो जम के रहेगी
जम के रहेगी