Ek Patthar Dil Ko Main Dil
एक पत्थर दिल को मैं दिल दे बैठी
एक बेदर्दी को मैं दिल दे बैठी
शीशे से पत्थर टकराया
माटी के भूत से प्यार किया
एक पत्थर दिल को मैं दिल दे बैठी
शीशे से पत्थर टकराया
माटी के भूत से प्यार किया
एक पत्थरदिल को मैं दिल दे बैठी
उसने घूँघट ना खोला मैं घूँघट मे जलती रही
उसने घूँघट ना खोला मैं घूँघट मे जलती रही
उसकी याद छुरी बनके मेरे दिल पे चलती रही
मीठा मीठा दर्द सहा बेदर्दी से कुछ ना कहा
मैं दीवानी थी ना जानी अपने कातिल को
मैं दिल दे बैठी
दुल्हन बनके सेज सजाई जुल्मी का इंतज़ार किया
एक पत्थर दिल को मैं दिल दे बैठी
एक बेदर्दी को मैं दिल दे बैठी
कहकर जीना अछा है चुप रह कर मर जाने से
कहकर जीना अछा है चुप रह कर मर जाने से
शरम बहुत आई फिर भी छेड़ी बात बहाने से
दिल का हाल कहा सुनके वो चुप छाप रहा
मैं दीवानी थी ना जानी
ऐसे बुजदिल को मैं दिल दे बैठी
आज नही तो कल समझेगा मैने एतबार किया
एक पत्थर दिल को मैं दिल दे बैठी
एक बेदर्दी को मैं दिल दे बैठी
माटी के भूत भी देखो इंसानो जैसे होते है
माटी के भूत भी देखो इंसानो जैसे होते है
प्यार मिले तो हस्ते है चोट लगते तो रोते है
बस अब चुप रहना फिर ना मुझसे कहना
मैं दीवानी थी ना जानी
एक पत्थर दिल को मैं दिल दे बैठी
काफ़ी है ये एक इशारा मैने जो बार बार किया
एक पत्थर दिल को मैं दिल दे बैठी