Hawa Ye Prabhati
ओह ओ आह आ आह आ आह आ
हवा ये प्रभाती सुनाये जगाये
जग सारा धीरे धीरे जागा रे
हवा ये प्रभाती सुनाये जगाये
जग सारा धीरे धीरे जागा रे
हवा ये प्रभाति हवा ये प्रभाति
जाने कहा से चल के उजाले
जा के भूलावे सवेरे
चुप के कोई नीले गगन से
धरती पे सोना बिखेरे
हो ओ ओ ओ
छुपे कहा जाके घनेरे अंधेरे
जग सारा नया नया लागे रे
हवा ये प्रभाती सुनाये जगाये
जग सारा धीरे धीरे जागा रे
हवा ये प्रभाति हवा ये प्रभाति
बिन युही आये युही चला जाये
मन पे तो छाये अंधेर
जाने कब वो सूरज आये
मन जो किरणे बिखेरे हो ओ ओ ओ
स्वर्ग धरा पे उतारे संवारे
सोए सोए मन को
हवा ये प्रभाती सुनाये जगाये
जग सारा धीरे धीरे जागा रे
हवा ये प्रभाति हवा ये प्रभाति