Jaisi Karni Waisi Bharni
फिर आज कोर्ट रूम का नाटक खेलोगी ना
क्यों नै जरूर में अपने सहेली को बुलाके लाती हु
पर दीदी में बनूँगी आज जज अच्छा
शांता कैसे रहे आज के पर्चे
बहोत अच्छे दीदी बहोत अच्छे
जैसी करनी वैसी भरनी
बुरा करो या भला करो
ये दुनिया है नकद नकदी
देख संभल कर चला करो
लाओ जी मुजरिम पेश करो
ये है मुंशी बांके लाल
चुप चुप कर जो किये गुनाह
अपने मतलब की खातिर
घर किसी का जिसने किया तबाह
ये है मुंशी बांके लाल
चुप चुप कर जो किये गुनाह
अपने मतलब की खातिर
घर किसी का जिसने किया तबाह
इस अपराधी इस पापी को
मिलनी चाहिए बड़ी सजा
हा हा हा मिलनी चाहिए बड़ी सजा
एक गिनो सौ मारो जूते
कोई न इस्पे दया करो हाँ
जैसी करनी वैसी भरनी
बुरा करो या भला करो
ये दुनिया है नकद नकदी
देख संभल कर चला करो
लाओ जी मुजरिम पेश करो
ये है पंडित शिव शिव हरी
मुँह पे राम बगल में छुरी
ये है पंडित शिव शिव हरी
मुँह पे राम बगल में छुरी
बेटी बेटी कहकर पापी
डाले हम पर नजर बुरी
इस अपराधी इस पापी को
मिलनी चाहिए बड़ी सजा
हा हा हा मिलनी चाहिए बड़ी सजा
मुँह काला और बिठा गधे पर
सहर से इसको दफ़ा करो हाँ
जैसी करनी वैसी भरनी
बुरा करो या भला करो
ये दुनिया है नकद नकदी
देख संभल कर चला करो
लाओ जी मुजरिम पेश करो
ये है बाबू टोपी पॉश
पी कर फिरते ही बेहोश
राह चलती अबला को छेड़े
इन्हे नहीं माँ बहन का होश
ये है बाबू टोपी पॉश
पी कर फिरते ही बेहोश
राह चलती अबला को छेड़े
इन्हे नहीं माँ बहन का होश
इस अपराधी इस पापी को
मिलनी चाहिए बड़ी सजा
हा हा हा मिलनी चाहिए बड़ी सजा
लानत है पिने वालो पर
पीना सबको मना करो हाँ
जैसी करनी वैसी भरनी
बुरा करो या भला करो
ये दुनिया है नकद नकदी
देख संभल कर चला करो
लाओ जी मुजरिम पेश करो
लो शांता बहेन