Jeevandata Jagatpita Tum
जीवन दाता जगत पिता तुम, जीवन दाता जगत पिता तुम
मैं संतान तिहारी तिहारी, मैं संतान तिहारी
तुम बिन मोरी कौन खबर ले
तुम बिन मोरी कौन खबर ले पूछे एक दुखियारी मे हारी
मैं संतान तिहारी तिहारी, मैं संतान तिहारी
आ आ आ आ आ आ
योग्य नही जो मे तुम्हरे बारात के
योग्य नही जो मे तुम्हारे बारात के
तुमने दिया क्यू मोहे जनम, तुमने दिया क्यू मोहे जनम
है ये दोष मेरा या भगवन, ये है भूल तिहारी तिहारी
मैं संतान तिहारी मैं हारी, मैं संतान तिहारी
तुम बिन नाही सुख जीवन, का तुम बिन नाही सुख जीवन का
चित्त तन मेरे हाल है मन का
चित्त तन मेरे हाल है मन का(हो हाल है मन का)
जैसे किसी पुराने मंदिर मे, जैसा कोई पुजारी पुजारी
मैं संतान तिहारी मैं हारी, मैं संतान तिहारी
जीवन दाता जगत पिता तुम
मैं संतान तिहारी तिहारी, मैं संतान तिहारी